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रेखा गुप्ता -दिल्ली की नई मुख्यमंत्री

दिल्ली की राजनीति में हाल ही में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 वर्षों के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है, और रेखा गुप्ता को नई मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। इस लेख में, हम रेखा गुप्ता के जीवन, उनके राजनीतिक सफर, और दिल्ली की राजनीति में उनके योगदान पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जुलाना में एक हिंदू-वैश्य परिवार में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से हुई, जहां से उन्होंने वाणिज्य में स्नातक (बी.कॉम) की डिग्री प्राप्त की। इसके पश्चात, उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से कानून में स्नातक (एल.एल.बी) की डिग्री हासिल की। शैक्षिक पृष्ठभूमि ने उन्हें कानूनी और प्रशासनिक मामलों में मजबूत आधार प्रदान किया।

राजनीतिक सफर की शुरुआत

रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर छात्र जीवन से ही प्रारंभ हुआ। 1996 में, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के चुनाव में भाग लिया और महासचिव चुनी गईं। अगले वर्ष, 1997 में, उन्होंने अध्यक्ष पद का दायित्व संभाला। इस दौरान, उन्होंने छात्र हितों के लिए सक्रिय रूप से कार्य किया और अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया।

भाजपा में सक्रिय भूमिका

छात्र राजनीति में सफलता के बाद, रेखा गुप्ता ने 2004 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी में, उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा की सचिव (2003-2004) और भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव (2004-2006) शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव (2009) और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य (2010 से) के रूप में भी सेवाएं दीं।

नगर निगम में योगदान

रेखा गुप्ता ने नगर निगम स्तर पर भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह 2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद चुनी गईं। इस दौरान, उन्होंने महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की अध्यक्ष (2007-2009) के रूप में कार्य किया। उनकी नेतृत्व में, दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) में मेयर के रूप में भी उन्होंने सेवाएं दीं। 2022 में, भाजपा ने उन्हें मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाया, जहां उन्होंने आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय के खिलाफ चुनाव लड़ा। हालांकि, इस चुनाव में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा।

विधानसभा चुनाव और मुख्यमंत्री पद

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में, रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में, उन्होंने आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार बंदना कुमारी को 29,595 वोटों के अंतर से हराया। भाजपा ने कुल 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जिससे पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला। इस ऐतिहासिक जीत के बाद, 19 फरवरी 2025 को भाजपा विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता को सर्वसम्मति से दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना गया। उन्होंने 20 फरवरी 2025 को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनकी नियुक्ति के साथ ही, वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बन गईं।

राजनीतिक दृष्टिकोण और भविष्य की योजनाएं

मुख्यमंत्री के रूप में, रेखा गुप्ता ने दिल्ली के समग्र विकास के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। उनका मुख्य ध्यान महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के विकास पर है। उन्होंने दिल्ली की जनता को एक पारदर्शी और जवाबदेह सरकार देने का वादा किया है। इसके अलावा, वह दिल्ली में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी विशेष प्रयास करने की योजना बना रही हैं।

निष्कर्ष

रेखा गुप्ता की राजनीतिक यात्रा एक प्रेरणास्पद कहानी है, जो छात्र राजनीति से शुरू होकर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद तक पहुंची है। उनकी नेतृत्व क्षमता, समर्पण, और जनता के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। दिल्ली की जनता को उनसे कई उम्मीदें हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने कार्यकाल में इन उम्मीदों पर कितना खरा उतरती हैं।

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