“कीटनाशकों का गोरखधंधा”
“कीटनाशकों का गोरखधंधा”
:- कंपनी जब कीटनाशक बाजार में लाती है तो जो वैज्ञानिक कीटनाशक बनाता है, वह कहता है कि बीस एम एल प्रति पंप फसल पर स्प्रे करेंगे तो कीट कंट्रोल हो जाएगा।
:- कंपनी प्रतिनिधि अपना टार्गेट पूरा करने के लिए दुकानदार को कहता है कि किसान यदि तीस एम एल प्रति पंप अपनी फसल पर स्प्रे करेंगे तो कीट कंट्रोल हो जाएगी। साथ ही यह भी कहता है कि यदि आप एक हजार लीटर बेच देते हैं तो आप पति-पत्नी दोनों को कंपनी की ओर से विदेश यात्रा का पैकेज मिलेगा।
:- दुकानदार को अपनी पत्नी को विदेश घुमाने के लिए एक हजार लीटर कीटनाशक बेचना है, अतः वह किसान को कहता है कि चालीस एम एल प्रति पंप अपनी फसल पर स्प्रे करेंगे तो कीट कंट्रोल हो जाएगी।
:- किसान कीटनाशक लाता है और अपनी डेढ़ अक्कल लगाते हुए कहता है कि “दुकानदार ने तो एक टंकी में चालीस एम एल डोज डालने को कहा है पर इतनी कम दवाई से क्या कीड़ा मरेगा। ” इसलिए वह 60 एम एल डालता हैं।
:- समाधान – मेरे प्यारे किसान साथियो पहला स्प्रे नीम के तेल का करें फिर आप को दुकानदार जो डोज बताएं उसकी 3 गुणा डोज डालनी है । हो सकता है बिना जहर डाले ही कीट कंट्रोल हो जाएं अब कि बार हमने यह मक्का में कुरुक्षेत्र के साथी विनोद के खेत में किया है । आप उनसे पूछ सकते है।
मो : 9467648458