” कपास में खाद प्रबन्धन “
वैसे तो खाद कितनी डालनी चहिए मिट्टी जांच के बाद ही पता चलता है । लेकिन आम तौर हम्हारे यहाँ यह प्रकिया नही अपनाई जाती । फिर भी मैं कोशिश करूँगा।
:- Dap, ssp- जहाँ पर गेंहू के बाद कपास की बिजाई कर रहे हो वहाँ dap आप बिजाई के 2 महिने बाद भी दे सकते हो। मात्रा का उल्लेख नहीं कर सकता क्यूँ कि बहुत सी जगह dap, ssp दोनों साथ दी जाती है।
:NPK- अगर बिजाई के समय dap ना मिले तो आप npk 12:32:16 भी दे सकते हो। अच्छे रिजल्ट है।
:- Urea – अगर आपकी अगेती बिजाई है (15 अप्रैल से पहले) तो 15 से 25 kg दे सकते हो । अगर मिट्टी हल्की है और तापमान ज्यादा है तो यूरिया न दे।
:- पोटास :- हनुमानगढ की मिट्टी में पोटास अच्छी मात्रा में वहां इसकी डालने की जरुरत नही है । जहाँ कमी है वहाँ 25 kg दे । अगर आप npk 12:32:16 दे रहे है तो पोटास देने की जररूत नहीं है ।
:- मैंगनेशियम सल्फेट 10 kg बहुत अच्छे रिजल्ट आए हैं।
:- सल्फर 10 kg – सिर्फ दानेदार सल्फर ही दे ।
:- जिन्क – 4 से 8 kg दे । अगर हल्की मिट्टी है तो बिजाई के समय ही दे । भारी मिट्टी में ऊपर से भी पूर्ति की जा सकती है। जिन्क और फॉस्फेट (dap) को कभी भी ना मिलाये । क्यूँ कि जिन्क फास्फेट बन जाता है जिसको पौधा ले नहीं पाता है।
किसी भी प्रकार की खाद और दवाई काम मे लेने से पहले कृषि विभाग से संपर्क करे।
किसी भी प्रकार की खाद काम मे लेने से पहले मिट्टी की जांच जरूर करवा लें।
